आज कल आयोजित होने वाली लगभग हर एक प्रतियोगी परीक्षाओं में आपको भारतीय महापुरुषों के समाधी स्थल से प्रश्न देखने को मिल ही जायेंगे। तो चलिए कुछ मुख्य Mahapurushon Ki Samadhi Sthal को जान लेते है। जो निम्न इस प्रकार है।
महापुरुष की समाधि को क्या कहते है? (Samadhi Sthal)
निचे प्रमुख महापुरुषों की समाधी स्थल के बारे में विस्तार से चर्चा की गई है। जो इस प्रकार है।
राज घाट – महात्मा गाँधी
महात्मा गाँधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 ईस्वी को गुजरात के पोरबंदर नामक स्थान में हुआ था। 24 वर्ष की उम्र में वे एक मुकदमे के सिलसिले में वे साउथ अफ्रीका चले गए जहाँ पर इन्होने अश्वेतों के अधिकार के लिए अंग्रेजो के खिलाफ आवाज बुलंद किये।
इसके बाद वर्ष 1915 में दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटने के बाद बापू कांग्रेस के एक बड़े नेता के रूप में उभरे। साथ ही साथ अपने अहिंसा के रास्ते पे चलते हुए इन्होने कई सत्याग्रह आंदोलनों का नेतृत्व किये और भारत को अंग्रेजो से आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए।
इस महामानव को 30 जनवरी 1948 को नई दिल्ली स्थित बिरला भवन में जब वे प्राथना के लिए जा रहे थे उस समय नाथूराम गोडसे के द्वारा गोली मार कर हत्या कर दी गयी। महात्मा गाँधी का समाधी स्थल राज घाट है। जो की दिल्ली में यमुना नदी के किनारे स्थित है।
महाप्रयाण घाट – डॉ. राजेंद्र प्रसाद
डॉ राजेंद्र प्रसाद का जन्म बिहार के सिवान जिले के जीरादेई गांव में 3 दिसंबर 1884 ईस्वी को हुआ था। ये स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति थे। इनका कार्यकाल 26 जनवरी 1950 से 14 मई 1962 तक रहा। डॉ राजेंद्र प्रसाद संविधान सभा के अध्यक्ष भी रह चुके है। इनको वर्ष 1962 में भारत रत्न से भी नवाजा गया था। 28 फरवरी 1963 को 78 वर्ष की उम्र में इनका निधन हो गया। डॉ. राजेंद्र प्रसाद का समाधी स्थल महाप्रयाण घाट पटना के बाँस घाट में स्थित है।
चैत्य भूमि – डॉ. बी.आर. आंबेडकर
डॉ. बी. आर. अम्बेडकर का जन्म मध्यप्रदेश के मऊ नामक स्थान में 14 अप्रैल 1891 ईस्वी को हुआ था । आंबेडकर साहब को बाबा साहब के नाम से भी जाना जाता है। डॉ. बी. आर. अम्बेडकर संविधान सभा के ड्राफ्टिंग समिति के अध्यक्ष थे। बाबा साहब को संविधान का निर्माता के रूप में जाना जाता है।
इन्होने भारत के दलितों के प्रति सामाजिक भेदभाव के खिलाफ आवाज बुलंद किये एवं उनके हक़-अधिकारों को सुनिश्चित किये। इनको बाद में वर्ष 1990 में मरणोपरांत भारत रत्न से भी नवाजा गया। 6 दिसंबर 1956 को इनका निधन हो गया। डॉ. बी. आर. अम्बेडकर का समाधी स्थल चैत्रा भूमि दादर (मुंबई ) में स्थित है।
शांति वन – जवाहरलाल नेहरू
पंडित जवाहरलाल नेहरू भारत के प्रथम प्रधानमंत्री थे। इनका कार्यकाल 15 अगस्त 1947 से 27 मई 1964 ईस्वी तक रहा है। इनके समाधी स्थल को शांति वन के नाम से जाना है। जो की नई दिल्ली में स्थित है।
उदय भूमि – के.आर.नारायणन
इनके समाधी स्थल को उदय भूमि के नाम से जाना जाता है। जो की भारत की राजधानी नई दिल्ली में स्थित है। के.आर.नारायणन स्वंतंत्र भारत के प्रथम दलित राष्ट्रपति थे।
विजय घाट – लाल बहादुर शास्त्री
लाल बहादुर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे। इनकी मौत रहस्मय तरीके से 11 जनवरी 1966 को उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंत में हो गयी थी इनका समाधी स्थल को विजय घाट के नाम से जाना जाता है। जो की नई दिल्ली में स्थित है।
शक्ति स्थल – इंदिरा गाँधी
इंदिरा गाँधी स्वंतंत्र भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री थी। ये भारत की लगातार तीन बार प्रधानमंत्री रह चुकी है। इन्होने अपने कार्यकाल में बहुत सारे कठिन फैसले लिए , पहली बार भारत में इमरजेंसी इन्हीं के द्वारा लगाया गया था। इनकी हत्या इनके ही बॉडीगार्ड के द्वारा 31 अक्टूबर 1984 को नई दिल्ली में कर दी गयी थी। इनके समाधी स्थल को शक्ति स्थल के नाम से जाना जाता है। जो की नई दिल्ली में ही स्थित है।
अभय घाट – मोरारजी देसाई
मोरारजी देसाई भारत के चौथे प्रधानमंत्री थे। इनका कार्यकल 1977-1979 तक था। ये भारत के पहले गैर -कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे और ये जनता पार्टी से ताल्लुक रखते थे। इन्हे भारत रत्न के साथ साथ पाकिस्तान के सर्वोच्चय सम्मान निशान-ए-पाकिस्तान से भी नवाजा जा चूका है। इनके समाधी स्थल अभय घाट है। जो अहमदाबाद (गुजरात) में स्थित है।
किसान घाट – चौधरी चरण सिंह
ये भारत के पाँचवें प्रधानमंत्री थे। इन्हे किसान नेता के तौर पे जाना जाता है। इन्होने ही जय जवान जय किसान का नारा दिया था इनका निधन 29 मई 1987 को हो गया। इनके समाधी स्थल को किसान घाट के नाम से जाना जाता है। जो की नई दिल्ली में स्थित है।
समता स्थल – जगजीवन राम
इनके समाधी स्थल को समता स्थल के नाम से जाना जाता है जो की भारत की राजधानी नई दिल्ली में स्थित है। ये भारत के उप- प्रधानमंत्री रह चुके है।
वीर भूमि – राजीव गांधी
राजीव गाँधी भारत के छठे प्रधानमंत्री थे। इनका कार्यकाल 1984 से 1989 तक था। 31 अक्टूबर 1984 को जब इंदिरा गाँधी की हत्या कर दी गयी थी। तब उसके बाद हुए चुनाव में कांग्रेस की भारी बहुमत से जीत हुयी , और राजी गाँधी प्रधानमंत्री बनाये गए।
राजीव गाँधी को भारत में कंप्यूटर लाने का श्रेय दिया जाता है। इनकी हत्या 1991 में हो गयी जब वे आम चुनाव के प्रचार के लिए तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर गए हुए थे। इनके समाधी स्थल को वीर भूमि के नाम से जाना जाता है। जो नई दिल्ली में स्थित है।
नारायण घाट – गुलजारी लाल नंदा
गुलजारी लाल नंदा भारत के कार्यवाहक प्रधानमंत्री थे। इन्हे 2 बार 13-13 दिनों के लिए कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनाया गया था। पहली बार जवाहरलाल नेहरू के मृत्यु के बाद 1964 में एवं दूसरी बार लाल बहादुर शास्त्री के मृत्यु के बाद 1966 में। इनकी मृत्यु वर्ष 1998 में हो गयी। इनके समाधी स्थल को नारायण घाट के नाम से जाना जाता है।
एकता स्थल – ज्ञानी जैल सिंह
ज्ञानी जैल सिंह भारत के सातवें राष्ट्रपति थे। इनका कार्यकाल 1982 -1987 ईस्वी तक था। इनके कार्यकाल की प्रमुख घटनाओं में ऑपरेशन ब्लू स्टार ,एवं सिख दंगे शामिल है। इनकी मृत्यु एक कार दुर्घटना में 25 दिसंबर 1994 में हो गयी। एकता स्थल इनकी समाधी स्थल है। जो नई दिल्ली में स्थित है।
कर्म भूमि – शंकर दयाल शर्मा
शंकर दयाल शर्मा भारत के नौवे राष्ट्रपति थे। इनका कार्यकाल वर्ष 1992 -1997 तक था। इसके पहले वे भारत के आठवे उप राष्ट्रपति भी रह चुके है। इनकी मृत्यु 9 अक्टूबर 1999 को दिल का दौरा पड़ने से हो गया। इनके समाधी स्थल को कर्म भूमि के नाम से जाना जाता है।
स्मृति स्थल – अटल बिहारी वाजपेई
अटल बिहारी वाजपेई भारत के दसवें प्रधानमंत्री थे ये कुल 2 बार प्रधानमंत्री की शपथ ले चुके है। पहली बार वे मात्र 13 दिनों के लिए 16 मई – 1 जून तक, दूसरी बार 19 मार्च 1998 – 22 मई 2004 तक भारत के प्रधानमंत्री थे। लम्बे समय से बीमार होने के कारण इनकी मृत्यु 16 अगस्त 2018 को दिल्ली के एम्स अस्पताल में हो गयी। इनका समाधी स्थल को राष्ट्रीय स्मृति स्थल के नाम से जाना जाता है। जो नई दिल्ली में स्थित है।
FAQs –
Q. शांतिवन में किसकी समाधि है?
शांतिवन में भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल लाल नेहरू की समाधी स्थित है।
Q. विजय घाट किसकी समाधि स्थल है?
विजय घाट में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की समाधी स्थित है।
Q. इंदिरा गांधी का समाधि स्थल कौन सा है?
इंदिरा गाँधी के समाधी स्थल का नाम शक्ति स्थल है जो की राज घाट, नई दिल्ली मे स्थित है।
निष्कर्ष –
तो दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने बात की भारतीय महापुरुषों के समाधी स्थल का नाम क्या क्या है, मैं आशा करता हूँ ,आज आप इस लेख के माध्यम से भारतीय महापुरषों से सम्बंधित समाधी स्थल के बारे अच्छे तरीके से जान गए होंगे। इसे आप अपने साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वालो दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें, किसी भी प्रकार का सवाल, सुझाव आप निचे कमेंट के माध्यम से पूछ सकते है धन्यवाद!
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