टोक्यो ओलंपिक्स से भारत की लिए बहुत ही अच्छी खबर आ रही है, भारतीय हॉकी टीम ने टोक्यो ओलम्पिक में 41वर्षों बाद जर्मनी को 5-4 से हराकर ब्रोंज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है, और देश को गौरवान्वित किया है। इससे पहले भारत की हॉकी टीम ने वर्ष 1980 में मास्को ओलम्पिक में गोल्ड मेडल जीता था।
भारतीय हॉकी टीम ओलम्पिक के इतिहास में अब तक आठ गोल्ड, एक सिल्वर और 3 ब्रोंज के साथ कुल 12 मेडल जित चुकी है। सबसे पहला मेडल जो की गोल्ड था, भारत ने 1928 के ओलंपिक्स में जीता था। तो आइये आज भारतीय हॉकी टीम की स्वर्णिम इतिहास को जानते है।
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एक नजर अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ पर (International Hockey Federation)
स्थापना (Founded) | 7 जनवरी, 1924, आज से 90 साल पहले |
स्थापना स्थल (Foounded at) | पेरिस, फ्रांस |
मुख्यालय (Headquarters) | लुसाने, स्विट्ज़रलैंड |
प्रकार (Type) | राष्ट्रीय संघो का महासंघ |
सिद्धांत (Motto) | FairPlay Friendship Forever |
आधिकारिक भाषा (Official Language) | अंग्रेजी, फ्रेंच |
सदस्य देश (Member Country) | 137 देश |
अध्यक्ष (President) | डॉ नरिन्द्र ध्रुव बत्रा |
सीईओ (Ceo) | Thierry Weil |
संबद्धता (Affiliations) | अंतराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति |
सेवा क्षेत्र (Region served) | पूरी दुनिया में |
वेबसाइट | https://www.fih.ch/ |
हॉकी का इतिहास | History of Hockey in hindi
हॉकी एक बहुत ही प्राचीन खेल है। ये खेल कितना पुराना है इसका सही सही पता लगाना असंभव है, पर इतिहासकारों के अनुसार इस खेल की शुरुआत आज से करीब चार हजार साल पहले रोम, यूनान, अरब, एवं इथोपिया जैसे देशों में हुई थी। उस समय में लोग हॉकी को मनोरंजन के रूप में खेलते थे। इसके बाद हॉकी का और भी कई देशों में आगमन हुआ पर इस खेल को उचित प्रतिष्ठा नहीं मिल सका।
हॉकी खेल का आधुनिक इतिहास शुरू होता है इंग्लैंड से, अंग्रेजो को इस खेल को वापस जीवित करने का श्रेय जाता है , इस खेल का पूर्ण रूप से विकास 19 वीं शताब्दी में हुआ जब हॉकी ब्रिटिशर्स के द्वारा अधीन देशों में खेला जाने लगा। और साथ साथ इंग्लैंड के स्कूलों में भी ये खेल खेले जाने लगा। और धीरे धीरे हॉकी एक बहुत ही प्रसिद्ध खेल बनते गया।
पहली बार हॉकी एसोसिएशन की स्थापना, इंग्लैंड में वर्ष 1876 में किया गया था। जहाँ पर हॉकी के कायदे-कानून बनाये गए थे।
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हॉकी का ओलंपिक्स में इतिहास | Hockey in The Olympics
ओलंपिक्स में हॉकी की शुरुआत वर्ष 1908 में लंदन में आयोजित ओलंपिक्स से हुआ था, जहाँ पर पुरुष हॉकी की टीम खेली थी, जिनमे कुल छह देश इंग्लैंड, आयरलैंड, स्कॉटलैंड, वेल्स, फ्रांस और जर्मनी की टीम, एक दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहे थे।
पहले ओलंपिक्स में हॉकी का सफल आयोजन के बाद इसके अगले ओलम्पिक जो की साल 1912 स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में आयोजित हुआ था, यहाँ पर हॉकी को शामिल होने से रोक दिया गया।
बेल्जियम के हॉकी एडवोकेट्स के प्रयास के कारण हॉकी को साल 1920, बेल्जियम के एक शहर ऐंटवर्प ओलंपिक्स में को दुबारा शामिल किया गया। पर इसके बाद अगले ओलम्पिक जो की साल 1924 में पेरिस में आयोजित हुआ था, फिर दुबारा शामिल होने से रोक दिया गया।
इसके बाद साल 1924 में अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ की स्थापना के बाद अगले ओलम्पिक जो की साल 1928 में एम्स्टर्डम में आयोजित हुआ था, हॉकी की विभिन्न देशो टीमों ने भाग लिया था, और तब से अभी तक हर एक ओलम्पिक में हॉकी खेलने वाले देशों के खिलाडी शामिल होते आये है, महिला हॉकी की टीम का ओलंपिक्स में आगाज साल 1980 में मास्को ओलंपिक्स शामिल हुई थी।
भारतीय हॉकी का इतिहास | History of Hockey in India
भारत की हॉकी टीम, ओलंपिक्स खेलो में पहली बार साल 1928 में शामिल हुई थी, जहाँ पर भारतीय हॉकी टीम ने गोल्ड से शुरुआत किया था। इसके बाद ओलंपिक्स में भारतीय हॉकी टीम का जलवा जारी रहा और लगातार अगले 5 ओलम्पिक तक जो की साल 1932, 1936, 1948, 1952, और 1956 में आयोजित हुआ था, में गोल्ड जीतते रही। भारतीय हॉकी टीम ओलंपिक्स खेलो में सबसे सफल टीम है।
वर्ष 1940 और 1944 का ओलम्पिक द्वितीय विश्व युद्ध के कारण आयोजित नहीं हो सका था।
साल 1928 से 1956 तक भारतीय हॉकी का स्वर्णिम काल कहा जाता है। इसके बाद 1960 के रोम ओलम्पिक में सिल्वर मेडल जीता था, और एक बार फिर भारत 1964 के टोक्यो ओलम्पिक में गोल्ड जितने में कामयाब रहा था। और इसके बाद अगले दो ओलम्पिक 1968 और 1972 के ओलंपिक्स में ब्रोंज मेडल जीता था।
इंडियन ओलम्पिक फेडरेशन की स्थापना साल 1925 में हुई थी, ये भारत में हॉकी का सबसे बड़ा संगठन था। पर साल 2008 में इसे बंद कर दिया गया। और अब साल 2008 से भारत में पुरुषों और महिलाओं दोनों हॉकी की टीम को हॉकी इंडिया के द्वारा संचालित किया जाता है, जो की एक गवर्नमेंट बॉडी है। और ये भारत के खेल मंत्रालय के अंतर्गत आती है।
वर्त्तमान समय में Graham Reid भारतीय टीम के कोच है, और भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह है। भारतीय हॉकी टीम पहली टीम बनी, यूरोप के देशों के अलावा जो अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ का हिस्सा है।
भारतीय हॉकी टीम का ओलम्पिक में सफर-
ओलम्पिक के इतिहास में अब तक भारत की हॉकी टीम ने 8 गोल्ड, 1 सिल्वर और 3 ब्रोंज सहित कुल 12 मेडल जित चुके है। जो की निम्नलिखित है।
वर्ष | मेजबान देश | पदक |
1928 | एमस्टर्डम | गोल्ड |
1932 | लॉस एंजिलिस | गोल्ड |
1936 | बर्लिन | गोल्ड |
1948 | लंदन | गोल्ड |
1952 | हेलसिंकी | गोल्ड |
1956 | मेलबर्न | गोल्ड |
1960 | रोम | सिल्वर |
1964 | टोक्यो | गोल्ड |
1968 | मेक्सिको सिटी | ब्रोंज |
1972 | म्यूनिख | ब्रोंज |
1980 | मॉस्को | गोल्ड |
2020 | टोक्यो | ब्रोंज |
भारतीय हॉकी का टोक्यो ओलम्पिक में प्रदर्शन-
भारतीय हॉकी टीम ने आखिरी बार मेडल, जो की गोल्ड था, साल 1980 के मास्को ओलम्पिक में जीता था। इसके बाद तो मानो पदको का सूखा ही पड़ गया था, ओलंपिक्स में गोल्ड तो क्या भारतीय हॉकी टीम लम्बे समय तक एक मेडल के लिए तरसती रही, और पदको का ये सूखापन खत्म हुआ जाकर टोक्यो ओलंपिक्स 2020 में, जहाँ पर भारतीय हॉकी के सूरवीरो ने लम्बे इंतजार के बाद जर्मनी को 5-4 से हराकर ब्रोंज मेडल जीतकर भारत को गौरवान्वित किया।
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