एनडीआरफ क्या है? NDRF Full Form in Hindi

चलिए आज बात करते है एक बहुत ही महत्वपूर्ण टॉपिक पर, दोस्तों देश में जब कभी भी किसी भी प्रकार का प्राकृतिक आपदा आती है तब हम सभी न्यूज़ चैनलों, समाचार पत्रों या किसी अन्य माध्यम से एक ही शब्द सुनने को मिलता है की सरकार ने आपदा में फसे लोगो को निकालने के लिए एनडीआरफ (NDRF) की टीम को रवाना किया है, और एनडीआरफ की टीम ने इतना लोगो को सुरक्षित स्थान पर पंहुचा दिया है।

ndrf full form in hindi

तो आइये आज इस महत्वपूर्ण टॉपिक NDRF के बारे में बात करते है विस्तार से, एनडीआरफ क्या है (NDRF Full Form in Hindi) और साथ में ये भी जानेंगे की एनडीआरफ में आप ज्वाइन कैसे कर सकते है भारत में एनडीआरफ बटालियन की संख्या कितनी है ये सभी चीजें जानेंगे तो चलिए जानते है। 

एनडीआरफ क्या है? (NDRF Full Form & Meaning in Hindi)

NDRF की फुल फॉर्म होती है “National Disaster Response Force” जिसे हिंदी में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल कहा जाता है। भारत सरकार NDRF का गठन देश में किसी भी प्रकार के प्राकृतिक आपदा बाढ़, भूस्ख्लन, बादल फटना, भूकंप इत्यादि जैसे आपदाओं के समय मानव को मदद करने के लिए किया है इस Force का मुख्य कार्य, आपदा प्रभावित क्षेत्रो में अपनी सेवाएं देना है।

भारत में आपदाओं को मैनेज करने का पूरा का पूरा जिम्मा होता है उस प्रभावित क्षेत्र के राज्य सरकार का। गृह मंत्रालय, केंद्र सरकार में Disaster Management का नोडल मंत्रालय के रूप में कार्य करता है या आप कह सकते है प्राकृतिक आपदा के वक्त राज्य सरकार, केंद्रीय गृह मंत्रालय के साथ मिलकर काम करती है।

राज्य सरकार को जो भी चाहिए आपदा से निपटने के लिए आर्म्ड फोर्सेज, सेंट्रल पैरामिलिटरी फोर्सेज, NDRF की टीम, या किसी भी अन्य प्रकार का संसाधन, ये सभी फोर्सेज को राज्य केंद्र से माँग करती है और केंद्र सरकार राज्यों को मुहैया कराती है।

NDRF Force की स्थापना

डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट (Disaster Management Act  2005) के तहत किया गया है। भारत में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) Disaster Management का सबसे बड़ा संगठन है, और इस संगठन के मुखिया होते है भारत के प्रधानमंत्री। एनडीआरफ, National Diasaster Management Authority के अधीन आता है। NDRF के महानिदेशक आईपीएस अधिकारी होते है।

NDRF की क्षमता क्या है?

एनडीआरफ में कुल 12 बटालियन होते है। जो अलग अलग पारा मिलिट्री फोर्सेज से मिलकर बनते है जिनमे शामिल है। Border Security Force, Central Reserve Police Force, Central Industrial Security Force, Sashastra Seema Bal, Indian-Tibetan Border Police, हर एक बटालियन में 1149 जवान होते है । इनके साथ हर एक क्षेत्र के विशेषज्ञ होते है इंजीनियर, तकनीशियन, इलेक्ट्रीशियन, डॉक्टर, डॉग स्क्वाड, मेडिकल-पैरामेडिकल स्टाफ शामिल होते है।

NDRF Battalion List

एनडीआरफ की कुल 12 बटालियन होते है जिसमे प्रत्येक टीम में कुल 1149 जवान शामिल होते है। सभी 12 बटालियन भारत के अलग अलग जगह पर मौजूद है। किसी भी प्रकार के प्राकृतिक आपदा के समय इन सभी बटालियन को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) राज्य सरकार से परामर्श कर प्रभावित जगहों पर भेजती है।

इन 12 बटालियन में तीन Border Security Force, तीन Central Reserve Police Force, दो Central Industrial Security Force, दो Sashastra Seema Bal, दो Indian-Tibetan Border Police शामिल होते है इन सभी बटालियन की जानकारी आप निचे चार्ट के माध्यम से समझ सकते है।

NDRF यूनिट राज्य का नाम  फ़ोर्स का नाम 
01 Bn NDRF गुवाहाटी, असम BSF
02 Bn NDRF कोलकाता, वेस्ट बंगाल BSF
03 Bn NDRF कटक, ओडिशा CISF
04 Bn NDRF अरक्कोणम, तमिलनाडु CISF
05 Bn NDRF पुणे, महाराष्ट्रा CRPF
06 Bn NDRF गांधीनगर, गुजरात CRPF
07 Bn NDRF भटिंडा, पंजाब ITBP
08 Bn NDRF गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश  ITBP
09 Bn NDRF पटना, बिहार BSF
10 Bn NDRF विजयवाड़ा, आँध्रप्रदेश CRPF
11 Bn NDRF वाराणसी, उत्तर प्रदेश SSB
12 Bn NDRF ईटानगर, अरुणाचल प्रदेश SSB

एनडीआरफ कैसे ज्वाइन करे?

सबसे पहली बात तो आप ये जाने ले की एनडीआरफ भर्ती की कोई डायरेक्ट बहाली नहीं होती है। कोई भी छात्र अगर एनडीआरफ ज्वाइन कर प्राकृतिक आपदा में मानव सेवा करना चाहता है। तो उसे सबसे पहले 12 क्लास पास करना पड़ेगा, उसके बाद कोई भी पारा मिलिट्री फोर्सेज जैसे की  BSF, CRPF, CISF, ITBP, SSB ज्वाइन करना होगा।

इन सभी Forces में SSC के द्वारा आयोजित किये जाने वाले परीक्षा GD (General Duty) को पास कर ज्वाइन किया जा सकता है। इन सभी फोर्सेज में तीन से चार वर्ष तक सेवा करने के बाद एनडीआरफ की बहाली आती है और बहुत सारे कैंडिडेट में से कुछ का ही चयन होता है।

फाइनलसिलेक्शन होने के बाद खाश तरह की ट्रेनिंग से गुजरना पड़ता है, उसके बाद एनडीआरफ के किसी एक बटालियन में ज्वाइन करने के बाद प्राकृतिक आपदाओं के वक्त देश के किसी भी कोने में इन्हे भेजा जाता है।

NDRF Salary

एनडीआरफ की सैलरी की बात करे तो ये पूरी तरह से रैंक पर निर्भर करती है इनकी सैलरी रैंक के अनुसार अलग-अलग होती है जहाँ पर एक कांस्टेबल रैंक की सैलरी सभी प्रकार के Allowances मिलाकर 30000-40000 रुपये प्रतिमाह होती है वही एक इंस्पेक्टर लेवल के अधिकारी की सैलरी सभी प्रकार के Allowances मिलाकर 60000-70000 रुपये प्रतिमाह तक हो सकती है हालाकिं ये हर राज्यों में अलग अलग होता है। 

FAQs –

Q. एनडीआरएफ की स्थापना कब हुई?

Ans: NDRF की स्थापना साल 2006 में हुई थी

Q. एनडीआरएफ का अध्यक्ष कौन होता है?

Ans: NDRF का अध्यक्ष देश के प्रधानमंत्री होते है

Q. NDRF के महानिदेशक कौन है?

Ans: अभी फ़िलहाल एनडीआरएफ के महानिदेशक अतुल करवाल (IPS) है।

Q. NDRF का मुख्यालय कहाँ है ?

Ans: एनडीआरएफ का मुख्यालय नई दिल्ली में स्तिथ है।

Q. एनडीआरएफ का पूरा नाम क्या है?

Ans: National Disaster Response Force

Q. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन दिवस कब मनाया जाता है

Ans: 13 अक्टूबर को हर एक साल राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन दिवस मनाया जाता है।

Q. एनडीआरएफ में कितनी बटालियन है?

Ans: NDRF में 12 बटालियन होते है और प्रत्येक बटालियन में 1149 जवान होते है

Q. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान कहाँ है?

Ans: राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान का मुख्यालय NDMA भवन गृह मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली

Q. एनडीआरएफ की सैलरी कितनी होती है?

Ans: एनडीआरफ की सैलरी रैंक के अनुसार अलग-अलग होती है जहाँ पर एक कांस्टेबल रैंक की सैलरी सभी प्रकार के Allowances मिलाकर 30000-40000 रुपये प्रतिमाह होती है वही एक इंस्पेक्टर लेवल के अधिकारी की सैलरी सभी प्रकार के Allowances मिलाकर 60000-70000 रुपये प्रतिमाह तक हो सकती है हालाकिं ये हर राज्यों में अलग अलग होता है। 

निष्कर्ष –

आशा करता हूँ आपको ये आर्टिकल एनडीआरफ क्या है? NDRF Full Form in Hindi ज्ञानवर्धक लगा होगा, अब आप आसानी से किसी को NDRF के बारे में बता सकते है, आप इसे दोस्तों के साथ साथ Facebook, Twitter जैसे सोशल मीडिया पर भी जरूर शेयर करे, किसी भी प्रकार का सवाल, सुझाव आप कमेंट में पूछ सकते है, धन्यवाद!

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नमस्कार दोस्तों, मैं Rahul Niti एक Professional Blogger हूँ और इस ब्लॉग का Founder, Author हूँ. इस ब्लॉग पर मैं बहुत से विषयों पर लिखता हूँ और अपने पाठकों के लिए नियमित रूप से उपयोगी और नईं-नईं जानकारी शेयर करता रहता हूँ।

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