ISO क्या है? ISO के फायदे, उपयोग, जानकारी: ISO Full form in Hindi

देखिये जो भी तमाम तरह के प्रोडक्ट को हम सब बाजार से खरीदते है। सरकार और अंतराष्ट्रीय संस्था के द्वारा उन सभी प्रोडक्ट पर कुछ मानक (Standard) तय किये गए है। चलिये आपको समझाते है। जब भी कोई प्रोडक्ट किसी फैक्ट्री से बनकर बहार मार्किट में उत्तारी जाती है तो मार्किट में लाये जाने से पहले उस प्रोडक्ट को सभी तरह के मानकों से गुजरना होता है।

इन मानकों में product की क्वालिटी, दक्षता और सिक्योरिटी की जाँच की जाती है और जाँच में सही पाए जाने पर प्रोडक्ट्स को ISO Certificate दिया जाता है। आज इस आर्टिकल ISO क्या है? (ISO Full form in Hindi) में मैं आपको ISO Certificate क्या है इसके फायदे क्या है, इन सभी के बारे में विस्तार से चर्चा करूँगा तो आइये शुरू से जानते है। 

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ISO क्या है? (What Is ISO In Hindi)

ISO (International Organization for Standardization) यह एक तरह का Non-governmental organization है। आईएसओ यह एक तरह का Quality Standards Certificate जारी करता है जो विश्व स्तर पर जितने भी मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्ट बनाए जाते हैं।

उस प्रोडक्ट की क्वालिटी (Quality) दक्षता (Efficiency) और सिक्योरिटी (Security) को अच्छे से जाँच कर उन्हें अंतरराष्ट्रीय प्रमाण पत्र देने का काम करती है। आज के समय में इसके सदस्य देशों की संख्या 167 देश (39 Correspondents and 4 Subscribers) हैं और इसका हेडक्वार्टर जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड में स्थित है। 

प्रकार (Tpye)  Non-governmental organization
स्थापना (Foundation) 23 फरवरी 1947
पूर्व नाम  International Federation of the National Standardizing Associations (ISA)
उद्देश्य (Purpose) International standards development
ISO Full Form International Organization for Standardization
(अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन)
मुख्यालय (Headquarter) जेनेवा, स्विटरलैंड
सदस्य देशों की संख्या (Membership) 167 देश (39 Correspondents and 4 Subscribers)
आधिकारिक भाषा (Official Language) English, French, Russian
अध्यक्ष (President) Ulrika Francke
आधिकारिक वेबसाइट (Official Website) www.iso.org

ISO full form in hindi

 ISO का पूरा नाम International organization for standardization होता है और हिंदी में ISO का फुल फॉर्म अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन होता है। 

ISO का इतिहास (ISO History)

अगर हम इसके इतिहास के बारे में बात करें तो 23 फरवरी 1947 में अंतर्राष्ट्रीय समन्वय और औद्योगिक मानकों के एकीकरण के लिए 25 देशों के प्रतिनिधियों ने लंदन में एक सम्मेलन का आयोजन किया था और उसमें ही इसकी स्थापना का प्रस्ताव रखा गया था। इसके बाद इसकी स्थापना की जाती है। 

और तब से ये विश्व भर में इस संस्था में देश जुड़ते जा रहे हैं इसके माध्यम से व्यवसाय में प्रोडक्ट की क्वालिटी, दक्षता, शुद्धता, सुरक्षात्मक तरीके से प्रोडक्ट को कैसे बेहतर किया जा सके जिससे प्रोडक्ट के इस्तेमाल करने वालो लोगो को किसी तरह का नुकसान हो सके, इस संस्था का प्रमुख उद्देश्य Product की Quality को हर एक पैमाने पर उच्च स्तर का बनाना है। 

ISO के प्रकार (Types Of ISO Certification)

  • ISO 9001 2008 – Quality Management System 
  • ISO 10012 – Measure Management System
  • ISO 20000-1 – IT Service Management System
  • ISO 50001 – Energy Management
  • ISO 22008:2005 – Food Safety Management
  • ISO 14001:2015- Environmental Management
  • ISO 2700:2013 – Information security Management
  • ISO 29990 – Learning Services for Non-formal Education and Training

ISO 9000 Certificate क्या है?

आज के समय में पूरी दुनिया में 1 मिलियन से अधिक आर्गेनाईजेशन अंतराष्ट्रीय मानकों से सर्टिफाइड है। जिनमे सबसे अधिक ISO 9001 सर्टिफिकेशन सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल में लाया जाता है। QMS (Quality management systems) का ISO 9000 परिवार मानकों का एक सेट है।

ISO 9000 का उपयोग संगठन ये सुनिश्चित करने में मदद करता है की कोई भी प्रोडक्ट या सर्विसेज का क्वालिटी, गुणवत्ता, शुद्धता  सुरक्षात्मक दृष्टि से उच्च कोटि का रहे और साथ ही वे कस्टमर और अन्य हितधारकों की जरूरतों को अच्छी तरह पूरा करते है। 

ISO के फायदे क्या होते हैं?

  • जैसा कि आप लोग जानते हैं कि बिजनेस में कई तरह के अवरोध और बढ़ाएं आती है उसे दूर करने के लिए ISO करता है। 
  • ISO के द्वारा आप अपने बिजनेस को विस्तारित कर सकते हैं क्योंकि जब आपके द्वारा बनाया गया प्रोडक्ट की क्वालिटी उच्च स्तर की होगी तो आपके प्रोडक्ट की डिमांड मार्केट में बढ़ेगी और कस्टमर आपके ऊपर विश्वास करेंगे। 
  • व्यापार के बीच प्रतिस्पर्धा के साथ अपना स्थान बाजार में ना रखने के लिए आपको अपने प्रोडक्ट की क्वालिटी को च्छा रखना होगा इन सब बातों का ध्यान ISO के द्वारा रखा जाता है। 
  • ISO पारा उद्योग या व्यवसाय में शुद्धता और बढ़ोत्तरी मिलने में बहुत महत्वपूर्ण है।
  • आयएसओ से बाजार मे उत्पाद और सेवाओं के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ता है। 
  • ISO सर्टिफ़िकेट से कम लागत में उत्पादकता बनने से पैसे और समय दोनों की बचत होती है। 
  • मानक परिभाषित मानकों की लगातार गुणवत्ता का मापदंड निर्धारित करता है ताकि कंपनियां क्वालिटी प्रोडक्ट का निर्माण कर सकें। 
  • किसी भी कंपनी को अपना बिजनेस अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाना है तो उसे इस संस्था का सर्टिफिकेट लेना होगा तभी जाकर उसके प्रोडक्ट की बाजार में एक अच्छी इमेज बन पाएगी और लोग उसके प्रोडक्ट पर विश्वास अपना विश्वास जताएंगे। 

FAQs – ISO क्या है? (ISO Full form in Hindi)

Q. ISO से आप क्या समझते हैं?

Ans- ISO (International Organization for Standardization) यह एक अंतर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन है जो व्यवसाय, संस्था एवं उद्योगों के उत्पाद और सेवा की जांच कर प्रमाण पत्र जारी करती है।

Q. आईएसओ सर्टिफिकेशन कौन देता है?

Ans- ISO प्रमाणीकरण एक अंतराष्ट्रीय मानकीकरण संस्था है ये संगठन बिजनेस के प्रोडक्ट्स सर्विसेज की गुणवत्ता, सुरक्षा और दक्षता की जांच कर उन्हें प्रमाण पत्र जारी करता है।

Q. आईएसओ के 3 प्रकार क्या हैं?

Ans- आईएसओ 9000 : गुणवत्ता प्रबंधन का मानकीकरण। आईएसओ 10012 : माप प्रबंधन प्रणाली। आईएसओ 14000 : पर्यावरण प्रबंधन का मानकीकरण। आईएसओ 19011 : ऑडिट प्रबंधन प्रणाली।

Q. ISO का पूरा नाम क्या है?

Ans- ISO का फुल फॉर्म International Organization for Standardization होता है और हिंदी में अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन होता है।

Q. ISO की स्थापना कब हुई ?

Ans- ISO को 23 फरवरी 1947 ईस्वी को स्थापित किया गया था।

Q. ISO को हिंदी में क्या कहते है?

Ans- आईएसओ को हिंदी में अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन कहा जाता है।

Q. वर्तमान में ISO के सदस्य देशों की संख्या कितनी है ?

Ans- वर्तमान समय में ISO के सदस्यों देशों की संख्या 167 है।

Q. ISO 9001 : 2008 कोड का अर्थ क्या होता है ?

Ans- अंतराष्ट्रीय मानक संगठन ISO 9001 : 2008 के कोड का अर्थ है Quality Management System यानि की यह ये सुनिश्चित करता है की किसी भी बिजनेस के प्रोडक्ट्स और सर्विसेज की गुणवत्ता, शुद्धता और सुरक्षात्मक दृष्टि से हाई क्वालिटी की रहे।

निष्कर्ष –

आज के आर्टिकल में आपने ISO के बारे में विस्तार से जाना, उम्मीद करता हूँ आपको ये आर्टिकल ISO क्या है? (ISO Full form in Hindi) अच्छा और ज्ञानवर्धक लगा होगा, किसी भी सवाल या सुझाव के लिए आप कमेंट जरूर करें, धन्यवाद!

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नमस्कार दोस्तों, मैं Rahul Niti एक Professional Blogger हूँ और इस ब्लॉग का Founder, Author हूँ. इस ब्लॉग पर मैं बहुत से विषयों पर लिखता हूँ और अपने पाठकों के लिए नियमित रूप से उपयोगी और नईं-नईं जानकारी शेयर करता रहता हूँ।

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