Neet क्या है? (Neet Full Form) जानिए परीक्षा पैटर्न, फुल फॉर्म, सिलेबस की पूरी जानकारी

नमस्कार दोस्तों, आज की पोस्ट में हम बात करेंगे नीट परीक्षा के बारे में Neet क्या है? (Neet Full Form in Hindi) क्या होता है अगर आप 12वीं कक्षा के साइंस (Biology) के छात्र है और आपने बारहवीं कक्षा पास कर गए है और मेडिकल के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको नीट एग्जाम देना होगा तभी जाकर आप मेडिकल के क्षेत्र में करियर बनाकर डॉक्टर बन पाएंगे। 

neet full form in hindi

अब आपके मन मे सवाल आएगा कि नीट का एग्जाम की तैयारी आप कैसे करेंगे इसके एग्जाम का पैटर्न क्या है और इसका पूरा नाम क्या होता है, इसके लिए क्वालिफिकेशन क्या है। अगर आप इन सभी चीजों के बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है मैं आपसे अनुरोध करूंगा कि इस पोस्ट को आखिर तक पढ़े आइए जाने। 

NEET Exam क्या होता है?

Neet की परीक्षा भारत में मेडिकल अंडरग्रेजुएट Courses जैसे की MBBS, BDS, BAMS, BUMS, BHMS इत्यादि में एडमिशन लेने के लिए आयोजित किया जाता है। इसका पूर्व नाम All India Pre-Medical Test (AIPMT) हुआ करता था। ये भारत में एक मात्र मेडिकल परीक्षा है। ये परीक्षा National Testing Agency (NTA) के द्वारा आयोजित किया जाता है। 

इसके माध्यम से 66,000 से भी अधिक MBBS और BDS कोर्सेज में भारत के Government और Private कॉलेजो में एडमिशन होता है। अगर आप मेडिकल के क्षेत्र में करियर बनाकर डॉक्टर बनना चाहता है तो आपको Neet का एग्जाम देना ही होगा जो काफी कठिन माना जाता है। 

इसकी तैयारी आपको काफी लगन और मेहनत के द्वारा करनी होगी तभी जाकर आप इस एग्जाम को पास कर पाएंगे. और अच्छी रैंक हासिल करने पर ही आपका दाखिला अच्छे मेडिकल कॉलेज में होगा। गवर्नंट के नियम के अनुसार 27% सीट OBC के लिए 10% सीट EWS के लिए 15% सीट SC और 7.5% सीट ST के लिए रिज़र्व है देश के और राज्यों के मेडिकल कॉलेजो में। 

नीट फुल फॉर्म (Neet ka full form in hindi)

NEET का फुल फॉर्म “National Eligibility Cum Entrance Test” होता है इसे हिंदी में “राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा” कहते हैं। अगर आप मेडिकल की तैयारी कर डॉक्टरी क्षेत्र में  कैरियर बनाना चाहते हैं तो आपको इसका एग्जाम देना अति आवश्यक है तभी जाकर आप डॉक्टर बन पाएंगे। 

NEET UG – National Eligibility Cum Entrance Test (Under Graduate)

NEET PG – National Eligibility Cum Entrance Test (Post Graduate)

NEET की शुरुआत कब और क्यों की गई?

Neet एग्जाम की शुरुआत साल 2013 में की गई थी पहले के समय में अगर आपको मेडिकल के किसी भी पाठ्यक्रम में एडमिशन करवाना होता था तो उसके लिए कई एक्साम्स देने पड़ते थे केंद्र अपना अलग मेडिकल परीक्षाओं लेती थी और हर एक राज्य अपना अलग मेडिकल परीक्षा आयोजित करवाता था।

इससे छात्रों को अनेकों प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़ता था। और चुकीं छात्र मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए कई राज्यों का फॉर्म भरते थे जिससे उनका एडमिशन सुनिश्चित हो और इसके लिए उन्हें अच्छी खाशि फीस देनी पड़ती थी। और हर एक राज्य का एडमिशन लेने का अलग क्राइटेरिया होता था। 

इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने एक ऐसे मेडिकल एग्जाम की व्यवस्था भारत में संचालित की जिसके अंतर्गत भारत में अगर कोई छात्र मेडिकल में एडमिशन लेना चाहता है तो उसे एक ही प्रकार और एक ही एग्जाम एग्जाम देना पड़े ताकि उससे उसकी समय और पैसे दोनों की बचत हो सके इसके लिए ही सरकार ने नीट एग्जाम की शुरुआत की। 

NEET Exam के प्रकार

Neet exam दो प्रकार के होते हैं जिसका विवरण हम आपको नीचे दे रहे हैं जो इस प्रकार है। 

Neet UG 

जो छात्र बारहवीं कक्षा के बाद अंडरग्रैजुएट मेडिकल कोर्स में एडमिशन लेना चाहते हैं उनको इस प्रकार का नीट एग्जाम देना होगा तभी जाकर उनका दाखिला अंडर ग्रेजुएट मेडिकल डिग्री कोर्स में में हो पाएगा. जैसे- MBBS , BDS, BHMS, BAMS इत्यादि। 

Neet PG 

जिन छात्रों ने अंडर ग्रेजुएट मडिकल कोर्स कंप्लीट कर लिया है अब वह पोस्टग्रेजुएट मेडिकल कोर्स में दाखिला लेना चाहते हैं तो उनको पोस्टग्रेजुएट नीट एग्जाम देना होगा तभी जाकर उनका दाखिला पोस्टग्रेजुएट मेडिकल कोर्सों में हो पाएगा जैसे- MD, MS कोर्सो में। 

NEET Exam देने की योग्यता (Neet eligibility)

NEET UG :- अगर आप अंडर ग्रैजुएट मेडिकल कोर्स जैसे की MBBS , BHMS, BDS, BAMS में एडमिशन लेना चाहते हैं तो आपने 12वीं की कक्षा साइंस स्ट्रीम (Biology) से पास की हो और उसमें आपके कम से कम 50% आपके अंक हो और  केटेगरी से आने वाले कैंडिडेट्स के लिए 40% अंक होनी चाहिए। 

NEET PG :- अगर आप पोस्टग्रेजुएट मेडिकल कोर्स जैसे की MD, MS जैसे कोर्सो में एडमिशन लेना चाहते हैं तो आपके पास अंडर ग्रेजुएट मेडिकल की डिग्री होना आवश्यक है तभी जाकर आपका इसमें दाखिला हो पाएगा। 

NEET Exam के लिए उम्र सीमा (Neet age limit)

NEET UG: जो छात्र अंडरग्रैजुएट नीट एग्जाम देने चाहते है। उनकी उम्र सीमा 17 से 25 वर्ष के बीच होनी चाहिए

NEET PG : अगर आप नीट पोस्टग्रेजुएट एग्जाम देना चाहते हैं तो आपके लिए बहुत बड़ी खुशखबरी आ गई है अब सरकार ने उम्र सीमा की जो मापदंड यहां पर निर्धारित की थी उसे समाप्त कर दिया है इसलिए अब आपकी उम्र कितनी है उसका कोई भी यहां पर विशेष फर्क नहीं पड़ता है आप किसी भी उम्र के हो आप आसानी से इस एग्जाम को दे पाएंगे

NEET Exam Pattern in Hindi

नीट परीक्षा में कुल मिलाकर 3 सब्जेक्ट Physics, Chemistry और Biology से प्रश्न पूछे जाते है। ये एग्जाम ऑफलाइन (Pen and paper based) तरीके से होता है। कुल 13 भाषाओं में इसका एग्जाम भारत में आयोजित किया जाता है। इस परीक्षा में कुल मिलाकर 180 प्रश्न आपसे पूछे जाते है और हर प्रश्न के लिए 4 अंक दिए जाते है।

तो कुल मिलाकर परीक्षा 720 अंकों की होती है और ये सभी प्रश्न बहुविकल्पीय प्रश्न( MCQs) के फॉर्म में होते है और इसके लिए कुल 3 घंटे का समय दिया जाता है और साथ ही परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग भी होती है। अगर आप कोई प्रश्न का उत्तर गलत देते हैं तो आपके सही जवाब में से अंक काट लिया जायेगा। 

Subject Number of Question  Marks 
Physics  45  180 
Chemistry  45  180 
Biology 90  360 
Total  Question – 180  180 x 4 = 720 

Neet Exam के लिए परीक्षा फीस अलग अलग केटेगरी के लिए अलग अलग निर्धारित की गई है जो की निम्न है। 

  • General – 1600
  • OBC, EWS – 1500 
  • ST/SC, PWD  – 900

NEET के काउंसलिंग प्रोसेस क्या है?

जब आप इस एग्जाम को पास कर जाएंगे तब आपको काउंसलिंग के लिए बुलाया जाएगा काउंसलिंग का प्रोसेस 3 चरणों से होकर गुजरता है जिसका विवरण हम आपको नीचे दे रहे हैं जो इस प्रकार है। 

  • Registration
  • Choose College and Courses
  • College Lock

सबसे महत्वपूर्ण बात कि यहां पर उन्हीं छात्रों को काउंसलिंग के लिए बुलाया जाता है। जिस छात्र ने परीक्षा अच्छी रैंक से पास किया हो। उन्होंने जो रैंक इस एग्जाम में प्राप्त किए हैं उसके बेसिस पर यहां पर छात्रों की काउंसिलिंग की जाती है और कॉलेज और कोर्स अलॉट किया जाता है।  

नीट एग्जाम की तैयारी कैसे करें? (Neet ki taiyari kaise kare)

जिन छात्रों को मेडिकल की परीक्षा (Neet) पास कर डॉक्टर बनाना है उन्हें सबसे पहले अपने दिलो दिमाग को ये बताना होगा की आप एक ऐसे परीक्षा की तैयारी करने जा रहे है जो वास्तविक में कठिन परीक्षा है और आप इस परीक्षा को बखूबी पास कर सकते है।

जब आप इस तरह का आत्मविश्वास अपने अपने दिमाग में जगा देंगे, तो नीट क्या आप दुनिया के कठिन से कठिन परीक्षा को पास कर सकते है। जानकारी के लिए आपको बता दूँ हर साल इस परीक्षा को लाखों कैंडिडेट्स देते है उनमे से कुछ ही ये परीक्षा पास कर डॉक्टर बन अपने सपने को उड़ान देते है। 

इस एग्जाम को बेहतरीन ढंग से तैयारी करने के लिए सबसे पहले आप इस परीक्षा के पैटर्न और सिलेबस को समझे जिसमे बताया रहेगा की किस सब्जेक्ट से कितने प्रश्न आते है। और हो सके तो सिलेबस का प्रिंटआउट निकालकर इसे अपने स्टडी टेबल के सामने दिवार पर चिप का दे।

इस परीक्षा की तैयारी ग्यारहवीं में एडमिशन लेते ही शुरू कर देनी चाहिए इसके लिए आप चाहे तो अपने शहर के अच्छे कोचिंग में एडमिशन ले सकते है या आप उतने सक्षम नहीं है तो आप इसे अपने गांव में रहकर भी तैयारी कर सकते है इसके लिए आप ऑनलाइन कोचिंग का सहारा ले सकते है। 

कोचिंग के साथ साथ आपको सेल्फ स्टडी भी जमकर करनी होगी। एक बार सिलेबस ख़त्म हो जाने के बाद साप्ताहिक आप मॉक टेस्ट जरूर दें इससे आप खुद का इवैल्यूएशन कर पाएंगे और ये जान पाएंगे की किस किस सब्जेक्ट में और मेहनत की जरुरत है। NCERT की किताबे को गहराई से पढ़े, रोजाना कम से कम 6 से 8 घंटे की पढाई करे, अंत में मैं यही कहना चाहूंगा की कठिन परिश्रम और लगन के साथ मेहनत कर इस परीक्षा को आराम से पास किया जा सकता है। 

FAQ’s –

Q. नीट का फुल फॉर्म क्या है?

Ans- नीट का फुल फॉर्म National Eligibility Cum Entrance Test होता है।

Q. नीट की परीक्षा साल में कितनी बार होती है?

Ans- नीट की परीक्षा साल में एक बार ही आयोजित की जाती है।

Q. नीट में पास होने के लिए कितने मार्क्स चाहिए?

Ans- नीट में पास होने के लिए आपको कम से कम 720 में से 650 अंक लाने होंगे तभी आपका एडमिशन अच्छे मेडिकल कॉलेज में हो पायेगा।

Q. क्या नीट का पेपर हिंदी में होता है?

Ans- जी हाँ नीट का पेपर हिंदी के साथ साथ कुल 13 भाषाओं में होता है। फॉर्म भरते समय आपसे Language Prefrence पूछा जाता है आप अपने अनुसार इन 13 लैंग्वेज में से किसी एक ऑप्शन का चुनाव कर लें।

Q. नीट के पेपर कैसे आयोजित होते हैं?

Ans- नीट का पेपर में तीन सब्जेक्ट फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी से कुल 180 प्रश्न पूछे जाते है। जिनमे से फिजिक्स और केमिस्ट्री से 45-45 प्रश्न और बायोलॉजी से 90 प्रश्न पूछे जाते है। हर प्रश्न चार अंको का होता है जो कुल मिलाकर 720 अंक होते है। पेपर ऑफलाइन मोड में पेन और पेपर माध्यम से होता है इसके लिए 3 घंटे का समय दिया जाता है। इस परीक्षा में नेगेटिव मार्क्स (एक चौथाई) का भी प्रावधान है।

Q. नीट का पेपर कौन दे सकता है?

Ans- नीट की परीक्षा में बैठने के लिए उम्मीदवार को मान्यता प्राप्त बोर्ड से मुख्य विषयों के रूप में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी/ जैव प्राद्यौगिकी विषय में इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की हो।

Q. नीट का संचालन कौन करता है?

Ans- नीट परीक्षा का आयोजन National Testing Agency (NTA) के द्वारा किया जाता है। परीक्षा आयोजित करने के बाद ये रिजल्ट Ministry of Health and Family Welfare और State Counselling Authorities को प्रदान कर देती है सीट आवंटन के लिए।

निष्कर्ष –

उम्मीद करता हूँ आप इस लेख Neet क्या है (Neet Full Form in Hindi) के माध्यम से Neet परीक्षा के बारे में अच्छे से जान पाएंगे। अगर आप नीट परीक्षा पास कर अपने जीवन में एक सफल डॉक्टर बनाना चाहते है तो इसके लिए आपको जी तोड़ मेहनत करनी होगी क्यूंकि ये परीक्षा वास्तव में कठिन मानी जाती है जिसके लिए हर एक साल लाखों की संख्या में छात्रों के द्वारा फॉर्म भरा जाता है। उनमे से कुछ ही का एडमिशन मेडिकल कॉलेज में हो पाता है। 

आशा करता हूँ ये आर्टिकल अच्छा और ज्ञानवर्धक लगा होगा इसे आप अपने दोस्तों, सग्गे सम्बन्धियों के साथ साथ सोशल साइट्स जैसे की Facebook, Twitter आदि पर भी जरूर शेयर करें, किसी भी प्रकार का सवाल, सुझाव आप कमेंट के माध्यम से पूछ सकते है, धन्यवाद!

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नमस्कार दोस्तों, मैं Rahul Niti एक Professional Blogger हूँ और इस ब्लॉग का Founder, Author हूँ. इस ब्लॉग पर मैं बहुत से विषयों पर लिखता हूँ और अपने पाठकों के लिए नियमित रूप से उपयोगी और नईं-नईं जानकारी शेयर करता रहता हूँ।

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